Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2020 · 1 min read

“भारत देश हमारा है “

वुजू करें इस माटी से,
भाल तिलक सा मलते हैं।
ये जीसस की माला सी,
हम “गुरुग्रंथ” सा पढ़ते हैं।

ये देश है प्यारे उपवन सा,
यहाँ पुष्प अनेको खिलते हैं।
कोने – कोने, गलियों – कूंचे,
यहाँ कई अजूबे मिलते हैं।

हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई,
सबका एक ही नारा है।
हम भारत के वासी हैं,
यह भारत देश हमारा है।

शशि “मंजुलाहृदय”

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*हंगामा करने वाले, समझो बस शोर मचाते हैं (हिंदी गजल)*
*हंगामा करने वाले, समझो बस शोर मचाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
शाहकार (महान कलाकृति)
शाहकार (महान कलाकृति)
Shekhar Chandra Mitra
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
“ बधाई आ शुभकामना “
“ बधाई आ शुभकामना “
DrLakshman Jha Parimal
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
SHAMA PARVEEN
Ram
Ram
Sanjay ' शून्य'
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
Irshad Aatif
प्रेम एक निर्मल,
प्रेम एक निर्मल,
हिमांशु Kulshrestha
SHELTER OF LIFE
SHELTER OF LIFE
Awadhesh Kumar Singh
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
Manisha Manjari
*एक मां की कलम से*
*एक मां की कलम से*
Dr. Priya Gupta
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
दिल का सौदा
दिल का सौदा
सरिता सिंह
■उलाहना■
■उलाहना■
*Author प्रणय प्रभात*
फ्राॅड की कमाई
फ्राॅड की कमाई
Punam Pande
जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह
जब तक ईश्वर की इच्छा शक्ति न हो तब तक कोई भी व्यक्ति अपनी पह
Shashi kala vyas
' पंकज उधास '
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मंजिल
मंजिल
डॉ. शिव लहरी
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
दिल में मदद
दिल में मदद
Dr fauzia Naseem shad
एक बेहतर जिंदगी का ख्वाब लिए जी रहे हैं सब
एक बेहतर जिंदगी का ख्वाब लिए जी रहे हैं सब
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ख़ुद को हमारी नज़रों में तलाशते हैं,
ख़ुद को हमारी नज़रों में तलाशते हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
Ashok deep
#drArunKumarshastri
#drArunKumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
समय संवाद को लिखकर कभी बदला नहीं करता
समय संवाद को लिखकर कभी बदला नहीं करता
Shweta Soni
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
Paras Nath Jha
नज़र नज़र का फर्क है साहेब...!!
नज़र नज़र का फर्क है साहेब...!!
Vishal babu (vishu)
दिव्य दृष्टि बाधित
दिव्य दृष्टि बाधित
Neeraj Agarwal
Loading...