Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

भारत के जोगी मोदी ने —

काव्य सर्जन —
भारत के जोगी मोदी —
*********************************************
भारत में अलबेली प्रातः का,सुखद सवेरा आया है।
भारत के जोगी-मोदी ने, केसरिया लहराया है।
महाशक्ति बन चमका भारत,डंका खूब बजाया है।
भारत के जोगी- मोदी ने, केसरिया लहराया है

कर्मवीर इस अथक शेर का,सपना बहुत निराला है।
देश विदेश में धूम धड़ाका, भारत जग में आला है।
झूठे मक्कार चीन,पाक को, नाकों चने चबाया है।
भारत के जोगी- मोदी ने, केसरिया लहराया है।

खिली अयोध्या राम विराजे, देव- सुमन बरसाते हैं।
कनक से मंडित विश्वनाथ जी,शुचि जल पग धुलवाते हैं।
मिटी अधम की काली बदली,अमर उजाला आया है।
भारत के जोगी- मोदी ने, केसरिया लहराया है।

गुल-गुलशन-गुलजार हुए हैं, बसंत बहार आईं हैं।
अस्त्र-शस्त्र फौलादी सेना, शौर्य ध्वजा फहराई है।
प्रहरी सजग,संत ये नेता,अरि का शीश झुकाया है।
भारत के जोगी- मोदी ने, केसरिया लहराया है।

राघव सा मर्यादित आचरण, बजरंगी बल सीने में।
माधव सा है बुद्धि चातुर्य, सेवा- साधक जीने में।
स्वर्णाक्षर में अंकित भारत,भूमण्डल हरषाया है।
भारत के जोगी- मोदी ने, केसरिया लहराया है।

✍️ सीमा गर्ग मंजरी
मौलिक सृजन
मेरठ कैंट उत्तर प्रदेश।

Language: Hindi
Tag: गीत
128 Views

You may also like these posts

जब जागे तब सवेरा। ~ रविकेश झा
जब जागे तब सवेरा। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
मेरे हौसलों को देखेंगे तो गैरत ही करेंगे लोग
मेरे हौसलों को देखेंगे तो गैरत ही करेंगे लोग
कवि दीपक बवेजा
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
नग़मा- लिखूँ जो भी वही नग़मा...
नग़मा- लिखूँ जो भी वही नग़मा...
आर.एस. 'प्रीतम'
मन की चाहत
मन की चाहत
singh kunwar sarvendra vikram
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
Juhi Grover
"दलित"
Dr. Kishan tandon kranti
वो ठोकर से गिराना चाहता है
वो ठोकर से गिराना चाहता है
अंसार एटवी
निस दिवस मां नाम रटूं, धर हिवड़े में ध्यांन।
निस दिवस मां नाम रटूं, धर हिवड़े में ध्यांन।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
sp 144 जब इच्छाएं
sp 144 जब इच्छाएं
Manoj Shrivastava
💞सुना है ....
💞सुना है ....
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
महाकाल
महाकाल
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
गौमाता
गौमाता
Sudhir srivastava
" गुरु का पर, सम्मान वही है ! "
Saransh Singh 'Priyam'
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
Vindhya Prakash Mishra
चिंगारी के गर्भ में,
चिंगारी के गर्भ में,
sushil sarna
*महाराजा अग्रसेन या भगवान अग्रसेन*
*महाराजा अग्रसेन या भगवान अग्रसेन*
Ravi Prakash
विश्वास की डोर
विश्वास की डोर
कार्तिक नितिन शर्मा
ओ बेवफा के प्यार में
ओ बेवफा के प्यार में
आकाश महेशपुरी
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
स्पेस
स्पेस
Meenakshi Bhatnagar
Subject-To err is human.
Subject-To err is human.
Priya princess panwar
बेख़बर
बेख़बर
Shyam Sundar Subramanian
Dilemmas can sometimes be as perfect as perfectly you dwell
Dilemmas can sometimes be as perfect as perfectly you dwell
Chaahat
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
Rajesh vyas
किसी के सम्मान या
किसी के सम्मान या
*प्रणय*
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
Bindesh kumar jha
मरहटा छंद
मरहटा छंद
Subhash Singhai
न रोको यूँ हवाओं को ...
न रोको यूँ हवाओं को ...
Sunil Suman
ପିଲାଦିନ ସଞ୍ଜ ସକାଳ
ପିଲାଦିନ ସଞ୍ଜ ସକାଳ
Bidyadhar Mantry
Loading...