भारत की जाति व्यवस्था
समानता- वैषम्य का भेदन
न करना चाहिए इ- भव में
सभी नर, मनुष्य को यहां
इस जगत, संसार, सृष्टि में
सभी को समीपस्थ रूप से
है समानता का अधिकार।
तुल्यता का अधिकार सबको
दिया है भारत के संविधान में
सब को इस स्वतंत्र भारत देश में
अपनी उड़ान भरने का है प्रभुत्व
समानता, समानता, समानता का
स्वत्व बाबा साहब ने दिया सबको।
पिछली जाति, लिंग, मत भेदन के
आधार पर बाबा साहब ने दिए तंद्रा
आगे लाने किए है प्रयास, कोशिश
यह महज उन्होंने उत्तम तरकीब
लगाकर तुल्य करने की कोशिश
समानता, समानता ही जिंदगानी ।
लिंग भेदन जाति का भेद को
उन्होंने पूरी तरह नष्ट करने की
याथा संभव की किए प्रयत्न
आज भी चंद नरों को छोड़
पूरी तरह से जाति व्यवथा
खत्म हो गई आज भारत में।
अमरेश कुमार वर्मा
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार