भारतीय सैनिक
तु स्थिर है समंदर सा,
तु खड़ा है पहाडो़ सा,
तु टिका है चट्टानो सा,
तु हुंकार है महाकाल का |
तु भरा है भावो से,
तु लड़ा है अभावो से,
तु स्वरूप है विकराल का |
तु लड़ मत ,तु डर मत,
आँख दिखाए कोई तो छोड़ मत |
तु पराक्रम है ,देश का,
तु कालक्रम है ,इतिहास का |
तु शौर्य है व्योम विशाल का |
–पवन कुमार मिश्र’अभिकर्ष’