भारतीय संविधान निर्माता डॉक्टर बी. आर .अंबेडकर पर एक कविता
गरीबों, वंचितों ,शोषितो का जिस ने बढ़ाया मान।
बाबासाहेब बनकर छाए और बनी हमारी शान।।
महार जाति में जन्म लेकर दुनियाभर में छाए।
हे भारत रत्न तुम्हें याद कर हर गरीब मुस्कराए।।
सामाजिक न्यायिक क्रांति का अग्रदूत कहलाया।
संविधान का निर्माण कर जीत का झंडा फहराया।।
बाबासाहेब कहां हो तुम हर शोषित वंचित तुम्हें पुकारे।
तुमने न्याय का डंडा घुमाया और बने पीड़ितों के दुलारे।।
तुम्हारे चिंतन को फैलाने का बेड़ा हमने उठाया।
स्वतंत्रता ,समानता का तुम्हारा नारा दुनिया को है भाया।।
नारी कल्याण हेतु आपने हिंदू कोड बिल लाया।
इसमें रहे असफल तो मंत्री पद भी ठुकराया।।
निडर होकर रखी जिसने हमेशा अपनी बात।
डॉक्टर अंबेडकर को जन-जन तक ले जाएंगे यही हमारी सौगात।।
जय भारत जय संविधान।।