Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2018 · 2 min read

भारतीय लोकतान्त्रिक चुनाव प्रणाली में युवाओं की भूमिका

भारतीय लोकतान्त्रिक चुनाव प्रणाली अर्थात जनता का ,जनता द्वारा, जनता के लिए शासन!! किन्तु आज हमारे जनप्रतिनिधि अपने “मन के प्रतिनिधि” बनकर अपने स्वार्थ साधन में लगे हुए है! ये तो सत्ता की लोलुपता में भारत मां को भी
जाति ,धर्म ,संप्रदाय और भाषा के नाम पर बांट दे!! किन्तु अच्छी बात ये भी है कि आज भारत में लगभग ६०% आबादी युवा है..अतः भारत को युवा देश कहना गलत नहीं होगा.. युवा कौन_??
हमारे देश में जो विचारवान है, जिसका मस्तिष्क नित्य नए नूतन विचारो से ओतप्रोत है,जिसके भुजदण्ड अन्याय ,अत्याचार और पाप को देखकर फड़क उठे वह युवा है,जिसमें अग्नि -सा तेज और वायु सा वेग है वह युवा है..जिसके हृदय में करुणा का सागर है.वह युवा है.!!!
..और यह ६०% युवा तब १ बड़ी ताकत में बदल जाते हैं जब देश चलाने की या उसका कुशल नेतृत्वकर्ता चुनने की बात हो उठती है..आज परिस्थितियां इतनी विकट है कि केव ल युवा मतदाता ही रूढ़िवादी,सांप्रदायिक,और जातीय सोच से ऊपर उठकर ,पुरानी कुंठाओ से मुक्त होकर नवीन प्रगतिशील विचारो को महत्व दे सकता है…
भारतीय लोकतंत्र चुनाव प्रणाली में युवाओं की भूमिका पर इस विषय पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है कि जब हम युवा शक्ति की बात करते है तो हम कौन से युवाओं की बात कर रहे है??

वो युवा जो नौकरी के लिए दर दर भटक रहा है|
वो युवा जो तनाव में आकर आत्महत्या को गले लगा रहा है। या
वो युवा जो देश छोड़कर विदेशो में धन कमाने जा रहा है।
वो युवा जो भ्रष्टाचार की बलि चढ़ रहा है।
वो युवा जो इंटरनेट और सोशल मीडिया गिरफ्त में है!!
वो युवा जो कभी ३माह तो कभी ३ साल तो कभी निर्भया के बलात्कार में लिप्त है!!
वो युवा जो साक्षर तो है पर शिक्षित नहीं..संस्कारित नहीं
यदि नहीं…… तो फिर वो कोन सा युवा है?? जो
देश की भूमिका बदलेगा??
देश का युवा जिस प्रकार मतवाले हाथी की भांति अपनी धुन में मदमस्त है..उसे इस आत्म नाशक
संस्कृति से बाहर आना होगा..उसे देश के सहारे आगे बढ़ने के बजाय खुद के दम पर देश को आगे बढ़ाने की क्षमता को उभारना होगा…और यह संभव है।। क्यूंकि यदि वह निश्चित करले तो कुछ भी कर गुजर सकता है…
केवल वही युवा जो खुद से पहले देश को रखे अपने मताधिकार का सर्वथा उचित उपयोग कर सकने में सक्षम होगा…
वरना तो मताधिकार केवल बिना तर्क के किसी विचारधारा से प्रेरित हो बटन दबाने का काम रह जाएगा।।

Language: Hindi
Tag: लेख
6 Likes · 5 Comments · 644 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Priya Maithil
View all
You may also like:
दिल को दिल से खुशी होती है
दिल को दिल से खुशी होती है
shabina. Naaz
*जो मिले भाग्य से जीवन में, वरदान समझ कर स्वीकारो (राधेश्याम
*जो मिले भाग्य से जीवन में, वरदान समझ कर स्वीकारो (राधेश्याम
Ravi Prakash
संवेदना सुप्त हैं
संवेदना सुप्त हैं
Namrata Sona
" आज़ का आदमी "
Chunnu Lal Gupta
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
Phool gufran
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
हर इंसान होशियार और समझदार है
हर इंसान होशियार और समझदार है
पूर्वार्थ
2902.*पूर्णिका*
2902.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"नकल"
Dr. Kishan tandon kranti
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मोहल्ला की चीनी
मोहल्ला की चीनी
Suryakant Dwivedi
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
Keshav kishor Kumar
किशोरावस्था : एक चिंतन
किशोरावस्था : एक चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
..
..
*प्रणय*
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
Sonam Puneet Dubey
*चाल*
*चाल*
Harminder Kaur
पसीना पानी देता मुझको,
पसीना पानी देता मुझको,
TAMANNA BILASPURI
रानी मर्दानी
रानी मर्दानी
Dr.Pratibha Prakash
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Dr अरुण कुमार शास्त्री
Dr अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैने सूरज की किरणों को कुछ देर के लिये रोका है ।
मैने सूरज की किरणों को कुछ देर के लिये रोका है ।
Ashwini sharma
क्षणिका :  ऐश ट्रे
क्षणिका : ऐश ट्रे
sushil sarna
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
हरियर जिनगी म सजगे पियर रंग
हरियर जिनगी म सजगे पियर रंग
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
शेखर सिंह
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Chaahat
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
Loading...