भारतवर्ष से आया हूं, मैं गांधी दर्शन लाया हूं
भारतवर्ष से आया हूं, मैं गांधी दर्शन लाया हूं
सत्य सनातन वादी हूं, सदा शांति का आदी हूं
विश्व मेरा परिवार है, मैं मानवतावादी हूं
रंग नस्ल का भेद नहीं, धर्म जाति से द्वेष नहीं
भाषा अंचल पर रार नहीं, कभी कोई तकरार नहीं
सत्य अहिंसा का आराधक, मैं प्रेम प्रीत ले आया हूं
भारतवर्ष से आया हूं, मैं गांधी दर्शन लाया हूं
छोड़ो हिंसा आतंक की बातें
शांति अमन धरा पर लाने दो
मानव हो मानव से प्रेम करो
एक दुनिया नई बनाने दो
न घातक हथियार बनाओ
बात बात पर मत इठलाओ
क्यों भाई भाई को मार रहे
क्यों करते नरसंहार अरे
छोड़ो जाति धर्म के झगड़े
रंगभेद और नस्ल के मसले
तोड़ो हिंसा द्वेष दीवारें
दुनिया में प्रेम प्रीत भर दो
विश्व एक परिवार बनाओ
संदेश गांधी का लाया हूं
भारतवर्ष से आया हूं, मैं गांधी दर्शन लाया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी