Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2023 · 1 min read

– भाई -भाभी के हो गए मां -बाप परिवार को खो गए –

– भाई भाभी के हो गए मां – बाप परिवार को खो गए –
माता पिता ने खूब लाड प्यार से जिसको पाला,
धूमधाम से जिसका ब्याव कराया,
सोचा बेटा करेगा सेवा ,
बहु बनाएगी बेटी सा वातावरण घर में,
होगा बेटा बुढ़ापे की लाठी,
करेगा भाई -बहनों से भी प्यार,
लेकिन समय के चक्कर ने,
उसको घुमा दिया जो सबके सामने था शेर,
उसको बीबी के सामने भीगी बिल्ली बना दिया,
कुछ कर नही सकता वो अपनी बीबी के मर्जी के खिलाफ,
साले साली रास आए उसको,
भाई -बहन फूटी आंख न सुहात,
भरत की चाहत यह थी की संयुक्त परिवार बना रहे अपना आबाद,
गहलोत भाई हुए भाभी के गुलाम जब,
एकल परिवार जन्म जाए,
भाई -भाभी के हो गए मां बाप परिवार को खो गए,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
184 Views

You may also like these posts

"पेरियार ललई सिंह यादव"
Dr. Kishan tandon kranti
Upon the Himalayan peaks
Upon the Himalayan peaks
Monika Arora
बुरा वक्त
बुरा वक्त
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
"पनघट की गोरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
भगवन तेरे भारत में ये, कैसी विपदा आई है....!
भगवन तेरे भारत में ये, कैसी विपदा आई है....!
पंकज परिंदा
* अहंकार*
* अहंकार*
Vaishaligoel
हम तुम्हें लिखना
हम तुम्हें लिखना
Dr fauzia Naseem shad
कभी कभी ये जीवन आपके सब्र की परीक्षा लेता है आपको ऐसी उलझनों
कभी कभी ये जीवन आपके सब्र की परीक्षा लेता है आपको ऐसी उलझनों
पूर्वार्थ
रोला
रोला
seema sharma
*कविताओं से यह मत पूछो*
*कविताओं से यह मत पूछो*
Dr. Priya Gupta
प्यारी मां
प्यारी मां
Mukesh Kumar Sonkar
..
..
*प्रणय*
स्वास्थ्य विषयक कुंडलियाँ
स्वास्थ्य विषयक कुंडलियाँ
Ravi Prakash
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
जीवन गति
जीवन गति
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
घर की गृहलक्ष्मी जो गृहणी होती है,
घर की गृहलक्ष्मी जो गृहणी होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर
अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर
'अशांत' शेखर
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
डॉ० रोहित कौशिक
लगता है अपने रिश्ते की उम्र छोटी ही रही ।
लगता है अपने रिश्ते की उम्र छोटी ही रही ।
Ashwini sharma
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
उम्मीदें - वादे -इरादे
उम्मीदें - वादे -इरादे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
प्रजा शक्ति
प्रजा शक्ति
Shashi Mahajan
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और
Sonam Puneet Dubey
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
-किसको किसका साथ निभाना
-किसको किसका साथ निभाना
Amrita Shukla
गीत- बहुत सुंदर बड़ी चंचल...
गीत- बहुत सुंदर बड़ी चंचल...
आर.एस. 'प्रीतम'
आप विषय पर खूब मंथन करें...
आप विषय पर खूब मंथन करें...
Ajit Kumar "Karn"
-मां सर्व है
-मां सर्व है
Seema gupta,Alwar
Loading...