– भाई -भाभी के हो गए मां -बाप परिवार को खो गए –
– भाई भाभी के हो गए मां – बाप परिवार को खो गए –
माता पिता ने खूब लाड प्यार से जिसको पाला,
धूमधाम से जिसका ब्याव कराया,
सोचा बेटा करेगा सेवा ,
बहु बनाएगी बेटी सा वातावरण घर में,
होगा बेटा बुढ़ापे की लाठी,
करेगा भाई -बहनों से भी प्यार,
लेकिन समय के चक्कर ने,
उसको घुमा दिया जो सबके सामने था शेर,
उसको बीबी के सामने भीगी बिल्ली बना दिया,
कुछ कर नही सकता वो अपनी बीबी के मर्जी के खिलाफ,
साले साली रास आए उसको,
भाई -बहन फूटी आंख न सुहात,
भरत की चाहत यह थी की संयुक्त परिवार बना रहे अपना आबाद,
गहलोत भाई हुए भाभी के गुलाम जब,
एकल परिवार जन्म जाए,
भाई -भाभी के हो गए मां बाप परिवार को खो गए,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान