*भाई-दूज कह रहा पावन प्रसंग आज (घनाक्षरी)*
भाई-दूज कह रहा पावन प्रसंग आज (घनाक्षरी)
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भाई-दूज कह रहा पावन प्रसंग आज
नेह के अटूट रिश्तों की परछाई है
तिलक लगाने आई रोली-चावल को लिए
बहन के मन में विराजमान भाई है
बचपन में जो दिन बीते साथ-साथ हुए
याद उन सब ही की बार-बार आई है
धन्य-धन्य भारत का मधुर त्यौहार यह
धन्य-धन्य मना रहे सबको बधाई है
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451