भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई में बसती सदा, हम बहनों की जान।।
रिश्ता भाई-बहन का, सबसे पावन जान।
इसके जैसा जगत में, मिले नहीं परमान।।
बहना की है कामना, हो न प्रभो नाकाम।
चमके सूरज-चाँद सा, भाई तेरा नाम।।
जब-जब जग में जनम लूँ, मिले तुम्हारा साथ।
दुनिया सारी नाप लूँ, लिए हाथ में हाथ।।
© सीमा अग्रवाल