भाईचारा
भाईचारे बिना नहीं है गुजारा
भाईचारा है जिन्दाबाद हमारा
अकेला चना भाड़ नही भोड़े
भाई जितने हों,वो भी हैं थोड़े
अकेले कभी चले नही मकोड़े
अकेला नहीं , रहना है गवारा
भाईचारा है जिन्दाबाद हमारा
एक और एक ग्यारह है बनते
इकट्ठे जो रहे,कभी नही हरते
अकेले जो लड़े ,रहते हैं मरते
अकेला होता सदैव बेसहारा
भाईचारा है जिन्दाबाद हमारा
एकता में बल है,सभी है कहते
बड़े से बड़ा संकट है सह जाते
अकेले जलधारा संग बह जाता
दुख सुख में सभी बनते सहारा
भाईचारा है जिन्दाबाद हमारा
बूँद -बूँद से ही भरता हैं सागर
पानी बूँद बिन रहे खाली गागर
कथनी यह सारे जग में उजागर
सुखविंद्र अकेले नहीं है गुजारा
भाईचारा है जिन्दाबाद हमारा
भाईचारे बिना नहीं हैं गुजारा
भाईचारा है जिन्दाबाद हमारा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)
986872258