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22 Oct 2022 · 1 min read

भलाई में सबकी अपना भला है।

भलाई में सबकी अपना भला है।
हमने भी खुद को कितना छला है।।

ताबीर उसने फिर पाई है अपनी ।
आंखों में ख़्वाब जितना पला है।।

इज़्ज़त के क़ाबिल इंसान है वो।
चेहरे पे जिसने पसीना मला है।।

साबित किया है उतना जहाँ में ।
जिसमें यहाँ पर जितनी कला है।।

भलाई में सबकी अपना भला है।
हमने भी खुद को कितना छला है।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
16 Likes · 353 Views
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