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2 Sep 2020 · 1 min read

” भरोसा “

दोनों में
इतना विश्वास
तो ज़रूरी
कि
बिना बोले
बिना देखे
सब दे
सुनाई और दिखाई ,
जिससे अंधेरे में
चीखे़ बिना
और
बिना बजाए ताली
डर से
बढ़ा हुआ हाथ
ना रहे खाली ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा ,14/08/95 )

Language: Hindi
1 Like · 306 Views
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