Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2023 · 1 min read

■ जम्हूरियत के जमूरे…

■ जम्हूरियत के जमूरे…
“एक चुनावी साल और लाख मुंगेरीलाल। तमाम अगड़े, तमाम पिछड़ें। सब बिल्ली से, ढूंढ रहे हैं छिछड़े।।”
●प्रणय प्रभात●

1 Like · 234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चर्बी लगे कारतूसों के कारण नहीं हुई 1857 की क्रान्ति
चर्बी लगे कारतूसों के कारण नहीं हुई 1857 की क्रान्ति
कवि रमेशराज
सरकार बिक गई
सरकार बिक गई
साहित्य गौरव
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
पश्चाताप
पश्चाताप
DR ARUN KUMAR SHASTRI
होठों को रख कर मौन
होठों को रख कर मौन
हिमांशु Kulshrestha
ख़ुद के होते हुए भी
ख़ुद के होते हुए भी
Dr fauzia Naseem shad
हरियाणा दिवस की बधाई
हरियाणा दिवस की बधाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
Phool gufran
मेरी हैसियत
मेरी हैसियत
आर एस आघात
बचपन
बचपन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
!! चमन का सिपाही !!
!! चमन का सिपाही !!
Chunnu Lal Gupta
💐Prodigy Love-21💐
💐Prodigy Love-21💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
“गुरुर मत करो”
“गुरुर मत करो”
Virendra kumar
फर्क नही पड़ता है
फर्क नही पड़ता है
ruby kumari
2651.पूर्णिका
2651.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
शोभा कुमारी
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
प्रेमदास वसु सुरेखा
मैं कवि हूं
मैं कवि हूं
Shyam Sundar Subramanian
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
■ अप्रासंगिक विचार
■ अप्रासंगिक विचार
*Author प्रणय प्रभात*
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
SCHOOL..
SCHOOL..
Shubham Pandey (S P)
"मयकश बनके"
Dr. Kishan tandon kranti
एक मां ने परिवार बनाया
एक मां ने परिवार बनाया
Harminder Kaur
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
........,!
........,!
शेखर सिंह
अपनों को नहीं जब हमदर्दी
अपनों को नहीं जब हमदर्दी
gurudeenverma198
जन्मदिन की शुभकामना
जन्मदिन की शुभकामना
Satish Srijan
बुद्ध जी की करुणा हुई तो
बुद्ध जी की करुणा हुई तो
Buddha Prakash
Loading...