भरोसा
भरोसा
भरोसे से भरोसे में भरोसा ही पनपता है।
भरोसा ही भरोसे के बिगड़े काम बनाता है।।
भरोसा है तभी तो पूजन ईबातत प्रार्थनाएं है।
जीवन खुद भरोसे के भरोसे ही तो चलता है ।।
– ओमप्रकाश भार्गव , पिपरिया
भरोसा
भरोसे से भरोसे में भरोसा ही पनपता है।
भरोसा ही भरोसे के बिगड़े काम बनाता है।।
भरोसा है तभी तो पूजन ईबातत प्रार्थनाएं है।
जीवन खुद भरोसे के भरोसे ही तो चलता है ।।
– ओमप्रकाश भार्गव , पिपरिया