– भरत इस धर्म युद्ध में अपनो आपको अभिमन्यु सा मान –
– भरत इस धर्म युद्ध में अपने आपको अभिमन्यु सा मान –
अकेला होकर युद्ध लड़ रहा,
अपने पराए सब है खिलाफ,
फिर भी तुझको यह जीवन की लड़ाई को लड़ना होगा,
भले ही तो जाए हार,
पर अंत तक ना मानना हार,
अपनो व परायो का भेद न कर,
सामने जो दुश्मन है उससे तू लड़,
सामना कर तू रह उनके खिलाफ,
गहलोत चाहे सब हो जाए तेरे खिलाफ,
भरत इस धर्म युद्ध में अपने आपको तु अभिमन्यु सा मान,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184