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1 Aug 2021 · 1 min read

भड़काऊ लेखक

मैं भावना नहीं,
आग भड़काने की
कोशिश किया करता हूं!
मैं आंसू नहीं,
सैलाब ले आने की
कोशिश किया करता हूं!
मैं आस्था नहीं,
दीवार गिराने की
कोशिश किया करता हूं!
मैं संस्कृति नहीं,
विकृति मिटाने की
कोशिश किया करता हूं!

Language: Hindi
153 Views
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