भजन -मात भवानी- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
भजन- मात भवानी
मैया तू महिषासुर मर्दिनी, महिमा तेरी अपरम्पार
दुर्गा काली मात भवानी, कर दो मेरा बेड़ा पार।
धन- दौलत की होड़ में मैया, अपना न कोई पराया यहाँ
लूट-पाट फैली है जग में, मानव गर्त समाया यहाँ
अंधियारे को दूर करो माँ, रोशन हो जाए संसार
दुर्गा काली मात भवानी, कर दो मेरा बेड़ा पार।
रिश्ते का कोई मोल नहीं यहाँ, आदर मान गिराते है
बच्चे भूले मात-पिता को, चलना जो उन्हें सिखाते है
जोड़ दो टूटे बंधन मैया, कर दो सबका तुम उद्धार
दुर्गा काली मात भवानी, कर दो मेरा बेड़ा पार।
दूर करो सब कष्ट मेरी माँ, जोत जलाई है फिर आज
खुशियों की तुम झोली भर दो, पूर्ण कर दो सबके काज
लिखे भजन अरविन्द माँ तेरे, कर दो सब सपने साकार
दुर्गा काली मात भवानी, कर दो मेरा बेड़ा पार।
© अरविन्द भारद्वाज