भजन -आया श्याम बुलावा- अरविंद भारद्वाज
आया श्याम बुलावा
आया श्याम का मुझे बुलावा, जाकर भोग चढ़ाना
श्याम द्वारे खाटु जाना, मन में अब यह ठाना।।
दीन दुखी की पीड़ा हरता, हारे का वो सहारा
पार लगाए भक्त की नैया, बैठा है जो किनारा
जान चुका हूँ महिमा उनकी, अन्तर्मन ने माना
श्याम द्वारे खाटु जाना, मन में अब यह ठाना।।
खाटू श्याम के दर्शन करके, भक्त एक है लौटा
भेंट हुई मुझे उसने बताया,वहाँ नही कोई छोटा
दानवीर वहाँ निर्धन को भी, खिला रहे है खाना
श्याम द्वारे खाटु जाना, मन में अब यह ठाना।।
सुना है खाटू जो भी पहुँचा, श्याम ने पार लगाया
मन्नत पूरी हुई है उसकी, चैन सकून वो पाया
श्याम छवि को अन्तर्मन में,मुझको आज बसाना
श्याम द्वारे खाटु जाना, मन में अब यह ठाना।।
© अरविन्द भारद्वाज