भगवन तूने माँ को बनाया
भगवन तूने माँ को बनाया
कैसा कृपा धन बिखराया ,
तेरा कैसे करूँ शुक्रिया
ऐसा ममता जल बरसाया ।
बन निर्मात्री संस्कारों की
उसने घर संसार बसाया ,
देकर शिक्षा स्व शिशु को
मानवता का पाठ पढ़ाया ।
क्या खाना है , क्या पीना है
क्या पढ़ना है , क्या गुनना है
क्या कहना है , क्या सहना है
कब सोना है , कब जगना है
जीने का सब ढंग बतलाया ।
भगवन तूने माँ को बनाया
कैसा कृपा धन बरसाया ।
डॉ रीता
आया नगर , नई दिल्ली – 47