भगतसिंह और अंबेडकर
तुम सत्ता को
बदलो, साथियों!
हम व्यवस्था को
बदलते हैं!
कब तक खाएंगे
ठोकरें हम
अभी और यहीं से
संभलते हैं!
दिखाई थी जो
राह हमें कभी
भगतसिंह और
आम्बेडकर ने!
जात-पात का
भेद मिटाकर
हम उसी राह पर
निकलते हैं!
Shekhar Chandra Mitra