बड़ी बेवफ़ा थी शाम …….
बड़ी बेवफ़ा थी शाम –
रात बार रुलाया मुझको ,
क्या वो खुश है खुदा –
जिसने भुलाया मुझको |
मुरझाई किस्मत मेरी –
दर्द-ए-ग़म मुक़द्दर में :
तन्हाई साथ दे तूने –
अक्सर छुपाया मुझको ||
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:- लक्ष्मण ‘बिजनौरी’
23-जुलाई-2022