Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2021 · 1 min read

बड़प्पन

बड़प्पन
(1)
आओ देखें आज बड़प्पन।
निर्णय करते? सौतेलापन।
बेटे हो!कह-कह के उसपर।
बोझ डालता रहा मान्यवर।
मालिक,से बन पिता न पाया।
बेटे का मन अति झल्लाया।
मालिक और मजदूर का रिश्ता।
उसे न मालूम इतना सस्ता।
बेटे के बेटा जब जन्मा।
मालिक बोला,सुन रे वरमा।
भोज-भात में कमी न करना।
जो चाहे मुफ्त ले,जा करना।
गिरवी को कुछ हो यदि न तो।
बेटा!बेटे को हलवाही में रख दो।
(2)
बूढ़ी थी माँ,जाना ही था,विधि का करार।
सो चली गईं।अब’सुसंस्कृत’का संस्कार।
मालिक!दाह हेतु लकड़ी अब ले लूँ ?
सूख गया वह आम का बूढ़ा पौधा,
जिसे था रोपा,पानी दे,दे पाला,पोसा।
कौंध गया उसकी आँखों में भूत की घड़ियाँ।
“नहीं रे, उसका पलँग बनेगा, मेज,“कुर्सियाँ।“
किन्तु,मैंने रोपा,तीक्ष्ण ताप में दूर ताल से
पानी ला,ला जिन्दा रक्खा मैंने देखभाल से।
“नहीं कहा तो,नहीं।समझते हो नहीं क्या रे!!
लेना है तो बाग से गिरकर सूखे पत्ते, ले लो।
याद रखोगे मेरा बड़प्पन जितना चाहो जाओ ले लो।“
परिभाषा की चकाचौंध में ऐसे एक परिभाषा जुड़ गयी।
हृदय पटल पर कवि के किन्तु,एक और निराशा जुड़ गयी।
——————————————————–

Language: Hindi
215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
*सुख-दुख में जीवन-भर साथी, कहलाते पति-पत्नी हैं【हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
"पत्नी और माशूका"
Dr. Kishan tandon kranti
पागल प्रेम
पागल प्रेम
भरत कुमार सोलंकी
शिव की महिमा
शिव की महिमा
Praveen Sain
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
Rj Anand Prajapati
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दुनिया की गाथा
दुनिया की गाथा
Anamika Tiwari 'annpurna '
लेकिन क्यों ?
लेकिन क्यों ?
Dinesh Kumar Gangwar
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
बापू तेरे देश में...!!
बापू तेरे देश में...!!
Kanchan Khanna
मानवता
मानवता
विजय कुमार अग्रवाल
चाँद  भी  खूबसूरत
चाँद भी खूबसूरत
shabina. Naaz
उसका आना
उसका आना
हिमांशु Kulshrestha
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी
Ram Krishan Rastogi
भारत में भीख मांगते हाथों की ۔۔۔۔۔
भारत में भीख मांगते हाथों की ۔۔۔۔۔
Dr fauzia Naseem shad
23/213. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/213. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेज़
तेज़
Sanjay ' शून्य'
...........
...........
शेखर सिंह
Yesterday ? Night
Yesterday ? Night
Otteri Selvakumar
Har Ghar Tiranga : Har Man Tiranga
Har Ghar Tiranga : Har Man Tiranga
Tushar Jagawat
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
इश्क़ भी इक नया आशियाना ढूंढती है,
इश्क़ भी इक नया आशियाना ढूंढती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नयनों मे प्रेम
नयनों मे प्रेम
Kavita Chouhan
#धोती (मैथिली हाइकु)
#धोती (मैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
पहली बारिश..!
पहली बारिश..!
Niharika Verma
जीवन दिव्य बन जाता
जीवन दिव्य बन जाता
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
Suryakant Dwivedi
#श्रद्धांजलि
#श्रद्धांजलि
*प्रणय प्रभात*
Loading...