ब्रेकिंग न्यूज़
है मानवता खतरे में
लेकिन उन्हें मज़ा आ रहा है
वो जो हमको युद्ध की
पल पल की जानकारी दे रहा है
फैलाकर अफवाहें वो
जाने लोगों को क्यों डरा रहा है
कुछ नहीं कर रहा बस
अपनी टी आर पी बढ़ा रहा है
जप रहा विश्वयुद्ध की माला
आम जन मानस में भय फैला रहा है
लग रहा जैसे हमको कोई
सनसनीखेज़ कहानी सुना रहा है
मर गई भावनाएं उसकी
अव्वल चैनल खुद को कह रहा है
लगता है जैसे समाचार नहीं
अजब सी सनसनी फैला रहा है
कैदी ने जेल में क्या खाया
ऐसी ब्रेकिंग न्यूज़ चला रहा है