*बोल सियावर रामचन्द्र की जय*
हे मारुत नन्दन मारुती
सुन क्रंदन सुन क्रंदन
दुःख हर भय भंजन
सुख कर जग वन्दन
राम दुखी जब हिय
सिय बिन हो गये
पिय सुध लाये तुम
हर्षित-हिय हो गये
पवन-वेग तुम पवन
-कुमारा राम दुलारा
भव-जग से निराला
संकट कटे मिटे भव
-पीरा नासे रोगसोक
बजरंग ? बलवीरा
नाम दियो वर सुरेश
वज्रांग वार वज्र कर
हनु खंडित हो भये
हनुमान ?पवनसुत
बलशाली – बालाजी
कांपे भूतपिचास सब
नाम सुनि हनुमाना
कृपा करहू पुनि-पुनि
जीवन – सफल करि
मंगलकरन हर अमंगल
वर दीनी कर सुमंगल
बोल सियावर रामचन्द्र
की जय जय हनुमान ।।
?मधुप बैरागी