!!! बोल बम बम प्यारे !!!!
इक दिन बिक जाएगा, माटी के मोल
जग में रह जायेंगे, प्यारे तेरे बोल
दूजे की ओठो को देकर अपने गीत
कोई निशानी छोड़, फिर दुनिया से डोल….
कर्म ऐसा करो, लोग बना दे तुम को अनमोल
ऐसा न करो की कश्ती हो जाए डांवाडोल
सुबह सवेरे उठ कर , राम कृष्ण तू सब से बोल
सब यहीं रह जाना है, यहाँ कर्मों का है बस मोल..
जितना जिस से प्यार से कर देगा बम बम बोल
वो काम आएगा जग में, सब भी कहेंगे बम बम बोल
जो भी कहना, कहना सब तू तोल तोल
आहत न हो जाये तुझ से कोई,
बस इसी का है प्यारे मोल ..
अजीत कुमार तलवार
मेरठ.