बोलो जय सिया राम
नगर नगर में जाकर कह दो,
ढोल नगाड़े बिगुल बजा दो,
सब मिल सखियाँ मंगल गाओ,
आऐंगे श्रीराम,
बोलो राम राम,
बोलो जय जय सिया राम।
पावन धरणी निश्छल अंबर,
वन उपवन पर्वत संग निर्झर,
तीनों भूवन में गुंजन होगा,
हर्षित चारो धाम,
बोलो राम राम,
बोलो जय जय सिया राम।
जाने कितनी बैठी सबरी,
कब आऐगी राम की खबरी,
राम लला का दर्शन होगा,
हो नयनाभिराम,
बोलो राम राम,
बोलो जय जय सिया राम।
बीते उमा दिन दुखद हमारे,
भटक रहे थे जन- जन सारे,
जगमग- जगमग दीप दीवाली ,
करे विश्व गुणगान,
बोलो राम राम,
बोलो जय जय सिया राम
उमा झा