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9 Jan 2024 · 1 min read

बोले सब सर्दी पड़ी (हास्य कुंडलिया)

बोले सब सर्दी पड़ी (हास्य कुंडलिया)
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बोले सब सर्दी पड़ी, हाहाकारी आज
सर्दी में पानी जमा, सर्दी में आवाज
सर्दी में आवाज, शब्द जब मुँह से आए
ठंडक से वे शब्द, बर्फ-से जमते पाए
कहते रवि कविराय ,न कोई मुँह को खोले
जम जाएगी जीभ, अगर थोड़ा भी बोले
————————————————-
रचयिता:रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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