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6 Jun 2023 · 1 min read

बोली चिड़िया डाली डाली

बोली चिड़िया डाली डाली
उपवन की कर लो रखवाली ,
पहले शिकार बस मैं ही थी
अब पात पात भी चुन डाली ।

गिन गिन काटे तरुवर सारे
लूट लिये सब चमन हमारे ,
देखो कैसी दशा हुई है
सूखे में बदली हरियाली ।

बहुत हो गया अब मत काटो
खेत वनों को और न छाँटो,
बने शिकारी जाल बिछाया
हर ली अपनी ही खुशहाली ।

डाॅ रीता सिंह
चन्दौसी ,सम्भल

Language: Hindi
2 Likes · 325 Views
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