हिंदी दोहा- अर्चना
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संतोष विद्यार्थी जी के जन्मदिन पर
यादों के अथाह में विष है , तो अमृत भी है छुपी हुई
शिद्धतों से ही मिलता है रोशनी का सबब्
*सब देशों को अपना निर्मम, हुक्म सुनाता अमरीका (हिंदी गजल)*
"तेरी यादों के छापे पड रहे हैं ll
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
* मुस्कुराते हैं हम हमी पर *
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
*शिक्षक जुगनू बन जाते हैँ*
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)