— @@ बेहूदा फैशन @@–
जहाँ देखो , नजर आता है
बेहुदाओं का हजूम
कटे फटे कपडे पहन
देखो बनते हैं महान !!
नग्नता की सीमा को
लांघ रहे बड़े बड़े महान
फटी जींस के साथ देखो
लग रहे बेहुदे धनवान !!
जैसे मिले संस्कार
वैसे ही बने यह इंसान
शर्म आती है कहते
हुए इन जैसों को इंसान !!
बिगड़ते हैं खूब अच्छे से
बड़े घर के यह लोग
पाश्चात्य की सभ्यता को
ढो के ले आये यह धनवान !!
शर्म लिहाज सब खो दी
कब कहाँ, कैसे पहनने वस्त्र
कौन इनको समझायेगा
जो समझाए वो लगेगा अनजान !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ