बेसुरा
लोग मौके
तलाशते हैं कि
एक खामोश तार को
कैसे छेड़े
तालाब के शांत पानी में
कंकड़ फेंके और
उसकी चुप्पी तोड़ें
मकसद किसी को खुश
करना नहीं बल्कि
परेशान करना होता है
खुद के घर में
साजों का एक जखीरा
लेकर बैठे होंगे लेकिन
दूसरे के घर जाकर
उसके कोने में सजे
एक बहुत पुराने साज की
तारों को बजा बजाकर
उसे अपनी ही तरह बेसुरा बनाकर और
तोड़कर ही दम लेंगे।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001