बेशर्म
हुआ में आज बेशर्म,छुपा ये राज बेशर्म
हमेशा क्यों सताता है वता ये आज बेशर्म
हंसाता है हमे लेकिन खुदहीखुद रोता रहता है
तेरे जैसा नहीं दूजा हमे है नाज बेशर्म
हुआ में आज बेशर्म,छुपा ये राज बेशर्म
हमेशा क्यों सताता है वता ये आज बेशर्म
हंसाता है हमे लेकिन खुदहीखुद रोता रहता है
तेरे जैसा नहीं दूजा हमे है नाज बेशर्म