— बेशक भरा है —
बेशक भरा ही क्यूं न हो
जीवन कठिनाईयों से
हर बाधा को पार करना
किसी प्रतियोगिता से कम नही !!
लाखों दर्द ही क्यूं न हो
जामने के या अपनों के
पार करने का हौंसला हो
तो इंसान किसी से कम नही !!
ठोकर ही क्यूं न लग रही हो
उठ कर चलने की हिम्मत हो
रोक नही सकता कोई भी
इंसान हैं हम किसी से कम नही !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ