बेवफ़ाई
जले हैं नहीं हम जलाये गये हैं
कि दिल से सभी के भुलाये गये हैं।
हमें था पता होंगी रुसवाइयाँ ही
यहाँ पे मगर फिर भी लाये गये हैं।
गई है यहाँ जाँ वफ़ा को निभाते
मगर बेवफा हम बताये गये हैं।
कि ये जिंदगी अब उधारी की लगती
कि जबसे ये पहरे लगाये गये हैं।
#बाग़ी