बेला नव वर्ष की है
बेला नव वर्ष की है
आओ सब मिलकर,
मनाये नव वर्ष।
बीती बातें भूलकर,
रखें दिल मे हर्ष।।
गले लगा लो जिंदगी,
खुशियां आये द्वार।
मिले सफलता आपको,
सपना हो साकार।।
नव निर्माण अब कर,
नया हो आगाज।
कर नाम ऐसा ऊचाँ,
हो दुनिया मे राज।।
भेदभाव मिटाकर,
दिल से दिल लगा।
बेला नव वर्ष की है,
हर मनु का हो भला।।
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रचनाकार डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
पिपरभावना, बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822