Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Sep 2022 · 1 min read

*बेमिसाल दिखा गया (गीतिका)*

बेमिसाल दिखा गया (गीतिका)
_______________________________
(1)
अंतिम समय में वृद्ध सूरज, यह कमाल दिखा गया
डूबता कैसे है सूरज, बेमिसाल दिखा गया
(2)
अभिमान था जिस एक तानाशाह को खुद पर बहुत
औकात उसकी एक दिन आ, क्रूर काल दिखा गया
(3)
किसकी जवानी रह सकी अक्षुण्ण धरती-लोक पर
आते बुढ़ापे की झलक को, श्वेत बाल दिखा गया
(4)
स्वर्ण किसके पास कितना है पता चलता भी क्या
जेवर चढ़ाया जब बहू को, भव्य माल दिखा गया
(5)
कुछ तो गुणीजन हस्तरेखा देखते तक भी नहीं
सब भूत और भविष्य उनको, सिर्फ भाल दिखा गया
______________________
भाल = माथा
______________________
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

138 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
दोहावली...(११)
दोहावली...(११)
डॉ.सीमा अग्रवाल
"आदिपुरुष" के नान पर
*Author प्रणय प्रभात*
कर्मठता के पर्याय : श्री शिव हरि गर्ग
कर्मठता के पर्याय : श्री शिव हरि गर्ग
Ravi Prakash
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
अब हम क्या करे.....
अब हम क्या करे.....
Umender kumar
Dr arun kumar शास्त्री
Dr arun kumar शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
Shweta Soni
ज़रूरत के तकाज़ो
ज़रूरत के तकाज़ो
Dr fauzia Naseem shad
मेरी सोच~
मेरी सोच~
दिनेश एल० "जैहिंद"
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
Ram Krishan Rastogi
माँ की चाह
माँ की चाह
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Whenever My Heart finds Solitude
Whenever My Heart finds Solitude
कुमार
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
जिये
जिये
विजय कुमार नामदेव
"बीज"
Dr. Kishan tandon kranti
3222.*पूर्णिका*
3222.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
umesh mehra
ईद आ गई है
ईद आ गई है
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
Ranjeet kumar patre
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
पूर्वार्थ
मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया कैसे ।
मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया कैसे ।
Neelam Sharma
दिल कि आवाज
दिल कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
Writer_ermkumar
अजनवी
अजनवी
Satish Srijan
शहीद रामफल मंडल गाथा।
शहीद रामफल मंडल गाथा।
Acharya Rama Nand Mandal
"विचित्रे खलु संसारे नास्ति किञ्चिन्निरर्थकम् ।
Mukul Koushik
दीदी
दीदी
Madhavi Srivastava
जंगल का रिवाज़
जंगल का रिवाज़
Shekhar Chandra Mitra
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
Loading...