बेफिक्र अंदाज
बेफिक्र अँदाज ,
खुशियों की बरसात ,
सुहाना सफ़र वाचाल डगर,
याद है मस्ती बचपन की।
नादान अल्फाज़ ,
ख़ूबसूरत कमाल ,
चंचल चितवन ,
याद है मस्ती बचपन की ।
खेलों की लगन,
दोस्तो की कतार,
मौसम की बहार,
याद है मस्ती बचपन की।
मासूम ज़हन,
अपनों के संग,
शरारतो का दौर,
याद है मस्ती बचपन की।
नाव में पानी या,
पानी में जहाज थी,
“शमा “के नाम की,
याद है मस्ती बचपन की।
शमा परवीन बहराइच उत्तर प्रदेश