बेटी
संसार का कोई बंधन
जो तुमसे बंधा न हो
ऐसा कोई रिश्ता नहीं
जिसमें तुम्हारा नाम न हो.
ऐसा कोई घर नहीं
जिसमे तुम्हारा वास न हो
तुमसे बडा कोई धर्म नहीं
तुमसे बडा कोई धन नहीं. !
तुम्हारी मुस्कान से होता
परिवार में सँवेरा
तुम नही तो कुछ नहीं
तुम हो तो कुछ नही ..!
तुमसे बडी कोई सीख नही
तुमसे बडी कोई शक्ति नही
तुमसे बडी कोई खुशी नही
तुमसे बडा कोई संसार नही.
मेरे निकेतन में तुम हो,
इस-से बढ़कर क्या हो!!!