बेटी
जन्म लिया बेटी का
नहीं किया कोई गुनाह
दूसरो के गुनाह की
क्यों मिलती हमें सजा
ना काली ना दुर्गा
ना देवियों से तुलना
एक कर उपकार
इन्सान हमें समझना
कैसे करें विश्वास
हर कोई बैठा छलने
हर गली चौराहे पर
बैठे हैं दरिंदे
जन्म लिया बेटी का
नहीं किया कोई गुनाह
दूसरो के गुनाह की
क्यों मिलती हमें सजा
ना काली ना दुर्गा
ना देवियों से तुलना
एक कर उपकार
इन्सान हमें समझना
कैसे करें विश्वास
हर कोई बैठा छलने
हर गली चौराहे पर
बैठे हैं दरिंदे