बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी हैं हम हमें भी जीने दो शान से
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बेटी हैं हम हमे भी जीने दो शान से
जीने दो शान से हमे मरने दो शान से
जंजीर में न बांधो उड़ने दो अब गगन में
गुल बनके हम खिलेंगे ख्वाबों के अंजुमन
में
कमज़ोर हम नही अब नारी हैं हौसलों की
इक दिन दिखा ही देंगे क्या है हमारे मन में
बेटी हैं हम हमे भी जीने दो शान से
जीने दो शान से हमे मरने दो शान से
नारी हूं सानिया हूं और मैं ही कल्पना हूं
गीता अराधना हूं सपना हूं मान्यता हूं
मै ही सरोजनी हूं मीरा अरुंधति मै
दुर्गा हूं काली मां हूं पूजा हूं अर्चना हूं
बेटी हैं हम हमे भी जीने दो शान से
जीने दो शान से हमे मरने दो शान से
शमा परवीन बहराइच उत्तर प्रदेश