बेटी तुझको पढ़ना होगा
बेटी तुझको पढ़ना होगा
बेटी
तुझको पढ़ना होगा
पढ़कर
शिक्षित बनना होगा
रूढ़िवाद-पाखंडवाद से
फूले दंपति ज्यों लड़ना होगा
भेदभाव जोर-जब्र के आगे
बनके चट्टान अड़ना होगा
कोमल नहीं तूं भी सक्षम है
फूलन देवी ज्यों बैरी से
भिड़ना होगा
झलकारीबाई सा
साहस है तुझमे
इतिहास नया एक
घड़ना होगा
मायावती सी सूझवान बनके
सिंहासन पर चढ़ना होगा
बिशनकौर सी मां बनकर
पुत कांसीराम सा
जनना होगा
बेटी तुझको पढ़ना होगा
-विनोद सिल्ला©