बेटी जब पैदा नहीं होगी,तब बहू कहाँ से लाओगे ?–आर के रस्तोगी
बेटी जब पैदा नहीं होगी,तब बहू कहाँ से लाओगे ?
बहु जब घर नहीं आयेगी,तब परिवार कैसे बढाओगे ?
आज की बेटी कल बहू बनेगी, सारी सृष्टि इसी तरह चलेगी |
बेटा और बेटी है दोनों जरुरी, वर्ना सृष्टि हो जायेगी अधूरी ||
भाई को बहन कहाँ से मिलेगी,जब बेटी की भ्रूण हत्या होगी |
कौन तुम को राखी बांधेगी,कैसे ये रक्षाबंधन घर में मनेगी ?
भाई नहीं,फिर भैया-दौज है कैसी,बहन नहीं,रक्षाबन्धन है कैसी ?
बिन भाई बहन त्यौहार नहीं है,इनका पूरक दूजा अब कोई नहीं है ||
भाई,बहन की हमेशा रक्षा करता,जब उसके हाथो में धागा है बंधता |
धागे को कच्चा बंधन मत समझो,इसको तुम रक्षा का बंधन समझो ||
जब नारी संसार में न होगी,विवाह तुम किससे कर पाओगे ?
बेटियाँ जब पैदा नहीं होगी , बहू कहाँ से तुम घर लाओगे ?
बेटा बेटी जब घर में होगे,तभी तो वे भाई बहन बनेगे |
शादी होगी तो माँ बाप बनेगे,फिर सारे रिश्ते साथ चलेगे ||
भैया भाभी भी इनसे बनेगे,चाचा चाची भी इनसे बनेगे |
मामा मामी भी येही बनगे, फूफा फूफी भी येही बनेगे ||
बेटा बेटी से सारे रिश्ते बनते,थक जाओगे तुम गिनते गिनते |
और कितने रिश्ते तुमको गिनाऊ,कम हो तो तुम्हे और बताऊँ ||
बेटा बेटी दो तराजू के है पलड़े,दोनों है एक दूसरे के दुकड़े |
एक पलड़े के बिना दूजा अधूरा,दोनों एक दूजे को करते पूरा ||
बेटी है तो कल शादी होगी,शादी होकर वह बहू बनेगी |
बहू बन कर वह माँ बनेगी,तभी वह एक बेटी जनेगी ||
बेटी है तो बारात भी आयेगी,दुलहन बन दूजे घर जायेगी |
अपना एक नया घर बसायेगी,इसी तरह सृष्टि चल पायेगी ||
ये प्रश्न अब उभर कर आते,इनका उत्तर सब नहीं दे पाते |
सब प्रश्नों का एक ही उत्तर,बेटा बेटी ही है, सबका उत्तर ||
आर के रस्तोगी
पालम विहार गुरुग्राम