*बेटी को बचाना बेटी को पढाना है *
घर-घर शिक्षा का दीप जलाना है
बेटी को बचाना,बेटी को पढ़ाना है ।
सब पढ़ें, सब आगे बढ़े ऐसी मन में ठान ले
हर एक को मिले शिक्षा का अधिकार यह जान ले
बाल-विवाह, दहेज प्रथा को जड़ से मिटाना है
बेटी को बचाना, बेटी को पढ़ाना है ।
किसी का बचपन न अब खोने पाए
कोख में किसी की भ्रूण हत्या न होने पाए
बेटे और बेटियों को समता का अधिकार दिलाना है
बेटी को बचाना, बेटी को पढ़ाना है ।
बेटी की किलकारी से गूँजे हर घर -आँगन
अब न समझे कोई बेटी को पराया धन
बेटियों के जन्म पर खूब धूमधाम से उत्सव मनाना है
बेटी को बचाना, बेटी को पढ़ाना है ।