Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2024 · 1 min read

बेटी की मायका यात्रा

घड़ियां खत्म हो गई इंतजार की
खुशी के पल ठहरेंगे ये एहसास
देखते ही आई रौनक चेहरे पर
मन खुशी से झूमता ये एहसास

हंसते मुस्कुराते बातें करते
अपनी कहने सुनने का एहसास
गम न गम का निशान बाकी
हर पल जिंदगी जीने का एहसास

पापा भैय्या का प्यार भरा सानिध्य
भाभी मनभावन दुलार का एहसास
मां होती तो,कहने का मौका न मिला
ममत्व सागर मे डूबने का एहसास

बच्चों की खिलखिलाहट हंसी हंगामा
बेफिक्र जिंदगी जीने का एहसास
घूमने के लिए जाना और आना
सुहाना सफर जिंदगी ऐसा एहसास

न भूलूंगी घर आंगन चौबारे को
दिल मे रहेगा संस्कारों का एहसास
खेत उपजाऊ पानी मीठा मिला
बो चुकी प्रेम बीज होगा एहसास

वक्त बिदाई का हो गई आंखे नम
मिल के बिछड़ने का एहसास
फिर मिलने के लिए बिछड़ रहे
आस पर विश्वास का एहसास

आए थे यहां रुके,चले भी गये
दुख सुख के संगम का एहसास
यथार्थ व्यथा का लेखा जोखा
कलम से कागज पे उतरा एहसास

स्वरचित मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर

Language: Hindi
92 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ashwani Kumar Jaiswal
View all
You may also like:
कुदरत
कुदरत
Neeraj Agarwal
नाकाम मुहब्बत
नाकाम मुहब्बत
Shekhar Chandra Mitra
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
अंधभक्ति
अंधभक्ति
मनोज कर्ण
*राम मेरे तुम बन आओ*
*राम मेरे तुम बन आओ*
Poonam Matia
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल _ सरकार आ गए हैं , सरकार आ गए हैं ,
ग़ज़ल _ सरकार आ गए हैं , सरकार आ गए हैं ,
Neelofar Khan
बदलते वख़्त के मिज़ाज़
बदलते वख़्त के मिज़ाज़
Atul "Krishn"
तन से अपने वसन घटाकर
तन से अपने वसन घटाकर
Suryakant Dwivedi
"श्री शक्ति साधना साहित्य सम्मान" से रूपेश को नवाज़ा गया'
रुपेश कुमार
बना है राम का मंदिर, करो जयकार - अभिनंदन
बना है राम का मंदिर, करो जयकार - अभिनंदन
Dr Archana Gupta
कभी भी भावना में बहकर अपनी निजी बातें और कमजोरी किसी के समक्
कभी भी भावना में बहकर अपनी निजी बातें और कमजोरी किसी के समक्
Paras Nath Jha
अलविदा नहीं
अलविदा नहीं
Pratibha Pandey
आम के छांव
आम के छांव
Santosh kumar Miri
महफ़िल जो आए
महफ़िल जो आए
हिमांशु Kulshrestha
#लघु_व्यंग्य-
#लघु_व्यंग्य-
*प्रणय*
" बोलती आँखें सदा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
इस जग में है प्रीत की,
इस जग में है प्रीत की,
sushil sarna
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
पूर्वार्थ
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*कुत्ते चढ़ते गोद में, मानो प्रिय का साथ (कुंडलिया)*
*कुत्ते चढ़ते गोद में, मानो प्रिय का साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सबको निरूत्तर कर दो
सबको निरूत्तर कर दो
Dr fauzia Naseem shad
शरणागति
शरणागति
Dr. Upasana Pandey
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हजारों के बीच भी हम तन्हा हो जाते हैं,
हजारों के बीच भी हम तन्हा हो जाते हैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
प्रेम मे सबसे  खूबसूरत  चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह
प्रेम मे सबसे खूबसूरत चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"हार्ड वर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
उनसे कहना ज़रा दरवाजे को बंद रखा करें ।
उनसे कहना ज़रा दरवाजे को बंद रखा करें ।
Phool gufran
Loading...