Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

बेटियों का जीवन_एक समर– गीत

है समर एक जीवन सभी के लिए,
लड़ता वो है जिसे हार भाती नहीं।
एक समर में खड़ी बेटियां भी रहीं,
हर समय जूझतीं जो समय से रहीं।
थीं जो अद्भुत निशानी खुशी की कभी,
वक्त के साथ देखो बड़ी हो गयी।

है समर एक जीवन सभी के लिए।
लड़ता वो है जिसे हार भाती नहीं।।

घर की नन्ही सी प्यारी परी जो कभी,
घर में रौनक लुटाती बड़ी हो गई।
वो जो आंसू खुशी के थे गम में बहे,
बचपना लेके अब तो समय चल दिया।
छोटी सी चोट पर भी जो रोती कभी,
घाव शीने में लेकर वो अब हंस रही।

है समर एक जीवन सभी के लिए।
लड़ता वो है जिसे हार भाती नहीं।।

सोचकर के की अपनों से हारी हूं मैं,
वो समर हर घड़ी यूं ही लड़ती रही।
फिर भी अपनों ने अपना ही समझा नहीं,
हर पराए को अपना ही करती रही।
दो–दो घर को बसा के भी रोती रही,
बेटी सब कुछ लुटाकर भी खुश ना रही।

है समर एक जीवन सभी के लिए,
लड़ता वो है जिसे हार भाती नहीं।
एक समर में खड़ी बेटियां भी रहीं,
हर समय जूझतीं जो समय से रहीं।।

अभिषेक सोनी
(एम०एससी०, बी०एड०)
ललितपर, उत्तर–प्रदेश

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 235 Views

You may also like these posts

Nचाँद हमारा रहे छिपाये
Nचाँद हमारा रहे छिपाये
Dr Archana Gupta
राम आयेंगे अयोध्या में आयेंगे
राम आयेंगे अयोध्या में आयेंगे
रुपेश कुमार
*आजादी की राखी*
*आजादी की राखी*
Shashi kala vyas
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूर्वार्थ
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
Dr. Man Mohan Krishna
छूकर आसमान फिर जमीन पर लौट आएंगे हम
छूकर आसमान फिर जमीन पर लौट आएंगे हम
Ankita Patel
How to Build a Healthy Relationship?
How to Build a Healthy Relationship?
Bindesh kumar jha
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
Umender kumar
क्यों इन्द्रदेव?
क्यों इन्द्रदेव?
Shaily
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
! विकसित भारत !!
! विकसित भारत !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जागो, जगाओ नहीं
जागो, जगाओ नहीं
Sanjay ' शून्य'
हमें स्वयं के प्रति संदेह करना होगा जीवन की गहराई में उतरना
हमें स्वयं के प्रति संदेह करना होगा जीवन की गहराई में उतरना
Ravikesh Jha
आज के समाज का यह दस्तूर है,
आज के समाज का यह दस्तूर है,
Ajit Kumar "Karn"
बलिराजा
बलिराजा
Mukund Patil
🙅 *आज की अपील* 🙅
🙅 *आज की अपील* 🙅
*प्रणय*
सागर का जल क्यों खारा
सागर का जल क्यों खारा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
औलाद का सुख
औलाद का सुख
Paras Nath Jha
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
4868.*पूर्णिका*
4868.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रजनी छंद (विधान सउदाहरण)
रजनी छंद (विधान सउदाहरण)
Subhash Singhai
किरीट सवैया (शान्त रस)
किरीट सवैया (शान्त रस)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
कर्म कभी माफ नहीं करता
कर्म कभी माफ नहीं करता
नूरफातिमा खातून नूरी
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
विषय-जिंदगी।
विषय-जिंदगी।
Priya princess panwar
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Khushbasib hu Main
Khushbasib hu Main
Chinkey Jain
Loading...