बेटियां
हर घर की खुशहाली होती हैं बेटियां
एक लड़की होती हैं खुशहाली घर की
उसी से तो होती हैं खुशियां घर की
मां के आंचल में छिप कर बड़ी होती हैं
पापा की बेटी रानी तो बिटिया होती हैं।
हर घर की खुशहाली होती हैं बेटियां
घर में चली तो झंकार होती हैं बेटियां
भोली भाली बातों से नादान है बेटियां
शक्ति स्वरुपा होती है घर में बेटियां
रिश्तें की पहचान जानती समझती है बेटियां।
हर घर की खुशहाली होती हैं बेटियां
मां पापा का दर्द समझ जाती है बेटियां
पत्नी बन पति से जुड़ जाती हैं बेटियां
मां बन परिवार में खुशियां लाती हैं बेटिया
जीवन भर घर से नेह रखती हैं बेटियां।
हर घर की खुशहाली होती हैं बेटियां
हर पल अपनत्व निभाती है बेटियां
मौन रह कर दुख में भी साथ निभाती हैं बेटियां
सीता सी जीवन आराधना में खरी उतरती है बेटियां
कोई भी परिस्थिति तो नशतर सहती जाती है बेटियां।
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद