बेटियां है मेरी जान — घनाक्षरी
____________मेरी बेटियां____________
बेटों के लिए तो सब कुछ करते हैं लोग।
मैंने मेरी बेटियों को बेटा मान लिया है।।
ताने मुझको सुनाते कोई अभागा बताते
उनकी बातों पे मैंने कहां ध्यान दिया है।।
पाठशाला भिजवाया,इन्हे पढ़ाया लिखाया।
सम्मान करो सबका ,यही ज्ञान दिया है।।
मेरे घर की है शान, बेटियां है मेरी जान।
बेटियों को सब कुछ, मैंने मान लिया है।।
*******राजेश व्यास अनुनय*******