बेटियां हैं तो कल हैं
बदलते युग की दास्ताँ बदल रही है,
कारवाँ ना बदला सोच बदल रही है,
अमीरों की दुनिया में सब जायज़ हैं,
ग़रीबी की ईज़्ज़त क्यों नाजायज़ हैं,
एक गाँव में एक परिवार रहा करता था,
मेहनत मज़दूरी से जीवन निर्वाह करता था,
उस घर में माँ बाप के साथ एक बेटी भी थी,
चाँद सी सुन्दर फूलो से भी नाज़ुक थी सुनो,
माँ बाप का सपना था बेटी तुम डाक्टर बनो,
डाक्टर बनने की तमन्ना बेटी शहर को गयी,
पढ़-लिख के डाक्टर बन गाँव वापस आ गयी,
बेटी ने अपने माँ-बाप का नाम रोशन कर दिया,
कर सके ना जो बेटा वो एक बेटी ने कर दिया,
बेटी ने गाँव में अस्पताल बनाने को दिल में ठानी,
सुन कर बात बेटी की गाँव के बड़े-बुज़ुर्गों ने मानी,
गाँव के ज़मींदार ने जब बात सुन लिया,
बाप-बेटी को गाँव से भगा दिया,
देश के क़ानून का लेके सहारा,
बेटी आयी गाँव में दुबारा,
सरकार की मदद से अस्पताल बन गया,
गाँव में अस्पताल बन के तैयार हो गया,
धीरे धीरे अस्पताल का नाम हो गया,
आये जो मरीज़ आराम मिल गया,
इधर माँ बाप की भी चिन्ता बढ़ने लगी,
बेटी हुई है बड़ी शादी की बात होने लगी,
माँ-बाप की मेहनत ने रंग लाया है,
बेटी के लिए सुन्दर वर को पाया है,
बेटी ने माँ-बाप से सहमती दिखायी,
पण्डित ने शादी की तारीख़ बतायी,
होने लगी घर में शादी की तैयरियाँ,
सजने लगे घर गाँव की गलियाँ ,
शादी से दो दिन पहले की बात है,
हो गया अस्पताल में एक काण्ड है,
गाँव के ज़मींदार का बेटा बीमार हुआ,
गाँव के अस्पताल में उसका ईलाज हुआ,
ज़मींदार का बेटा ठीक हुआ पर नीयत उसकी डोली है,
देख मज़दूर की बेटी की सुन्दरता उसने लगायी बोली है,
जिसने उसे दी ज़िन्दगी उसके ही जिस्म सौदा करने चला हैं,
मानवता को देखो कैसे हैवानियत से तौलने चला है,
लड़की ने कहा मैं तो किसी और को जीवन साथी चुन ली हूँ,
मैं कोई बदचलन नहीं दो दिन बाद शादी करने वाली हूँ,
सुनकर जबाब लड़की का ज़ालिम का सिर चकराया है,
पाना ना सका उस लड़की को तो चेहरे पे तेज़ाब फेंका है,
जल गयी वो लड़की गाँव में हाहा कार मच गया है,
एक हँसती खेलती लड़की की दुनिया उजड़ गयी है,
इस सदमे को सह ना सकी लड़की ने आत्महत्या कर ली,
ज़िन्दगी देने वाली अपने ही जीवन से मौत का सौदा कर ली,
पूछता है बेदर्दी इस ज़ालिम संसार से कब तक जलेगी बेटियाँ तेज़ाब से,
रोको अत्याचार सुरक्षित करो देश को नहीं तो जल जायेगा सब बेटीयो के प्रकोप से,
बेटीयाँ हैं तो कल है नही तो जीवन नही,
बेटी से है संसार जीवन का यह सत्य आधार,