बेटियाँ
बेटियाँ बोल रही हैं आज–
हमे बचाओ!
हमे बचाओ!
हमे बचाओ!
जनता बोल रही हैं आज–
बेटी बचाओ!
बेटी बचाओ!
बेटी बचाओ!
सरकार बोल रही हैं–
बेटी पढ़ाओ!
बेटी पढ़ाओ!
बेटी पढ़ाओ!
आज मैं बोल रही हूँ–
दरिंदो को फांसी चढ़ाओ!
दरिंदो को फांसी चढ़ाओ!
दरिंदो को फांसी चढ़ाओ!